बेलघाट में विकास को नई दिशा देने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे

गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे बेलघाट और आसपास के क्षेत्रों को बदलने जा रहा है, जिससे गोरखपुर और आजमगढ़ जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ाव में सुधार होगा। 100 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे उत्तर प्रदेश में यात्रा करना आसान हो जाएगा और प्रमुख स्थलों के बीच यात्रा का समय घटेगा।

यह विकास रियल एस्टेट और औद्योगिक विकास में नए अवसर लाता है, जिसमें वाणिज्यिक और औद्योगिक कॉरिडोर की योजना के साथ संपत्ति मूल्य वृद्धि, नौकरी के अवसर और बेलघाट में आर्थिक विकास की संभावनाएं शामिल हैं। एक्सप्रेसवे के खुलने के साथ ही बेलघाट भविष्य में निवेश और विकास के लिए एक रणनीतिक स्थान बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

सीमावर्ती जिलों की उपेक्षित समस्याओं के समाधान के लिए आगे आई सर्वजन आवाज पार्टी

बॉर्डर पर स्थित ब्लॉक और जिले अक्सर विकास की दौड़ में उपेक्षित रह जाते हैं। ऐसी ही उपेक्षित समस्याओं को अब सर्वजन आवाज पार्टी ने उठाने का बीड़ा उठाया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, सेवानिवृत्त कर्नल राजेंद्र यादव ने स्पष्ट किया है कि अब बेलघाट ब्लॉक को न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी। सर्वजन आवाज पार्टी… Continue reading सीमावर्ती जिलों की उपेक्षित समस्याओं के समाधान के लिए आगे आई सर्वजन आवाज पार्टी

Belghat’s Grand Jagran: A Night of Devotion and Celebration

On the ninth day of Navratri, a grand Jagran was organized in Belghat. The event featured stunning decorations, glowing lights, and an atmosphere full of excitement. Along with devotional music and performances, a blood donation camp was also held, reflecting the community’s active participation in both religious and social service. The large crowd that gathered beautifully showcased the cultural and spiritual significance of the event

बेलघाट का जगराता: भव्य आयोजन और उत्साह

नवरात्रि के नौवें दिन बेलघाट में भव्य जगराते का आयोजन हुआ। इस आयोजन में शानदार सजावट, चमकती लाइटें और उत्साह से भरा माहौल देखने को मिला। भक्ति संगीत और प्रस्तुतियों के साथ ही रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें समाज ने न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक सेवा में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। बड़ी संख्या में जुटी भीड़ ने इस आयोजन की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को बखूबी प्रदर्शित किया

गोरखपुर नाम की उत्पत्ति

गोरखपुर शहर और जिले के का नाम एक प्रसिद्ध तपस्वी सन्त मत्स्येन्द्रनाथ के प्रमुख शिष्य गोरखनाथ के नाम पर रखा गया है। योगी मत्स्येन्द्रनाथ एवं उनके प्रमुख शिष्य गोरक्षनाथ ने मिलकर सन्तों के सम्प्रदाय की स्थापना की थी। गोरखनाथ मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ गोरखनाथ हठ योग… Continue reading गोरखपुर नाम की उत्पत्ति

A small town of no significance – Gorakhpur

There has always been water in Gorakhpur, and after the rains, if you take the train, you will find that a huge lake has taken over the horizon. Gorakhpur is much in the news, thanks to the new Chief Minister—an object of both derision and confusion—a saffron-clad monk who is now the chief executive of… Continue reading A small town of no significance – Gorakhpur

गौरैय्या पालना जिंदगी का मकसद – सुजीत कुमार मोदनवाल

इंसान ने पर्यावरण को इतना जहरीला बना दिया है की गौरैया का दिखना दुर्लभ हो गया है. अब यह विलुप्तप्रायः पक्षियों की सूचि की ओर अग्रसर है. चींचीं करने वाली इस मासूम चिड़ियों का अस्तित्व बचाने के लिए निजी तौर पर कम लोग ही संवेदनशील दिखाते है, मगर गोरखपुर जिले के बेलघाट कस्बे में सुजीत मोदनवाल… Continue reading गौरैय्या पालना जिंदगी का मकसद – सुजीत कुमार मोदनवाल

Kamhariya Ghat at river Saryu / Ghaghra near Rapatpur, Belghat

Its a Kamhariya Ghat, between Azamgarh and Gorakhpur at Saryu / Ghaghar River यह कम्हरिया घाट है. यह आजमगढ़ और गोरखपुर को अलग करने वाली घाघरा नदी पर स्थित है. बरसात के समय ये सभी जो लोहे के पीपे दिखाई दे रहे हैं, वे सभी निकाल दिए जाते हैं और इन सभी को किनारे पर… Continue reading Kamhariya Ghat at river Saryu / Ghaghra near Rapatpur, Belghat