बिजली का बिल: छुपे हुए शुल्कों की कहानी

दाढ़ी मात्र रु.10/-
विद्युत वितरण कंपनी में सेवारत एक अधिकारी दाढ़ी बनवाने एक सैलून में गये और सैलून में लगे बोर्ड को पढ़ने लगे….

👉 दाढ़ी ——— ₹.10/-
👉ब्लेड अधिभार. ₹. 2/-
👉उस्तरा भाड़ा .. ₹. 3/-
👉क्रीम ———- ₹. 5/-
👉 बिजली भाड़ा 20/-
👉 कैंची भाड़ा — ₹. 3/-
👉 कुर्सी भाड़ा — ₹.10/-
👉लोशन ——– ₹. 7/-
👉पाउडर ——- ₹. 5/-
👉नॅपकिन भाड़ा.₹. 5/-
योग ……… ₹. 70/-
🤔 बोर्ड पढ़कर अधिकारीजी बोले :– “तुम तो कमाल करते हो यार…! दाढ़ी मात्र १० रु. लिखकर अन्य दूसरे छुपे खर्चे जोड़कर ग्राहकों को ‘लूटते’ हो…??”🤪

सैलून स्वामी : — “मेरे द्वारा इस बोर्ड पर शुद्ध हिन्दी में और सुपाठ्य बड़े अक्षरों में स्पष्ट लिखने से मेरे काम पर टिप्पणी कर रहे हो साहब…?
और आपकी महावितरण कंपनी में सालों से उपभोक्ताओं के साथ “महाछल” जारी है उसका क्या…??”

👉स्थायी प्रभार
👉 विद्युत प्रभार
👉 विद्युत वहन प्रभार
👉 ईंधन समायोजन प्रभार

👉 विद्युत शुल्क
👉 विद्युत बिक्री कर,
👉व्याज,
👉 अन्य प्रभार
👉चालू विद्युत देयक,
👉 पूर्व बकाया
👉समायोजित राशि
👉 बकाया ब्याज राशि
👉कुल बकाया राशि
👉कुल देयक राशि
…. पूर्णांक देयक..
” अब आप ही बतायें…. ऐसे विद्युत बिल पर आज तक कितने लोगों ने आपत्ति जताई …?”😢
और…..
महावितरण अधिकारी दाढ़ी बनवाये बिना ही लौट गये ….!!😂😂
(आम उपभोक्ताओं की आंखें खुलने तक शेयर करें…जब तक जनता लुट जाने को तैयार है तब तक “महावितरण कंपनी” की लूट जारी है…!!)

🏵️जागो.! ग्राहक जागो.!!💁🏻‍♂️

 

– Credit Anup Singh

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