यहाँ हनुमाजी के मंदिर का लम्बा इतिहास है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार इसी हनुमान मंदिर के परिसर में सभी गांव के लोग पूजा के लिए कढ़ाई चढाने आते हैं। मेला लगता है। दुकानें सजती हैं। सबसे ज्यादा उत्सुकता बच्चों में होती है। हनुमान मंदिर के आस पास उसी परिसर में कुछ और मंदिरों का निर्माण हुआ है जो इस परिसर में लोगों में श्रद्धा का भाव प्रबल बनाती है। और एक बहुत अच्छी बात, शादी के लिए देखने दिखाने के लिए परिवार के लोग अपने बच्चों को यहीं मिलाने आते हैं।
मैंने २०१३ में यहाँ का फोटो लिया था, उस समय यहाँ पर नवीनीकरण (renovations) चल रहा था। कुछ फोटोज इस पोस्ट के साथ मैं दिखा रहा हूँ यहाँ पर। मुझे वहीँ पास के एक मित्र के मित्र (शाहीजी) ने इसके लिए मदद किये थे। यदि आप लोगों के पास अच्छे फोटोग्राफ्स एवं जानकारियां हो तो मुझसे जरूर शेयर करें धन्यवाद्!
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