फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने की कोशिश करना कानूनी अपराध है, और ऐसे मामलों में पुलिस की सख्त कार्रवाई हो रही है। गलत तरीके से पासपोर्ट बनवाने पर आप निस्संदेह पकड़े जाएंगे और इसके गंभीर कानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
अगर आपको इस पर विश्वास नहीं होता, तो पूरा लेख पढ़ें—आपको सच्चाई का पता चल जाएगा। कानून से बचना असंभव है! इसलिए सही और वैध दस्तावेजों के साथ ही पासपोर्ट आवेदन करें।
👉 किसी भी एजेंट के झांसे में न आएं।
👉 जानबूझकर या अनजाने में दो पासपोर्ट बनवाना अपराध है।
👉 किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दोहरी पहचान बनाकर पासपोर्ट हासिल करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जांच में ऐसे तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अपनी असली पहचान के अलावा अलग-अलग नाम, पिता का नाम, माता का नाम और जन्मतिथि बदलकर दो पासपोर्ट बनवा लिए थे।
गगहा पुलिस ने जांच के बाद आरोपितों अजय यादव (गगहा कोठा), जीवन सिंह यादव (नेवादा, गगहा) और सुधीर यादव (करनराय बेलकुर) के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया। गुरुवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया।
आरोपी नंबर 1: अजय कुमार यादव
ग्राम कोठा, थाना गगहा निवासी अजय कुमार यादव ने धोखाधड़ी कर दो अलग-अलग पासपोर्ट बनवाए। पहले पासपोर्ट में उसने अपना नाम अजय कुमार यादव पुत्र राम चन्दर यादव, माता का नाम मालती देवी और जन्मतिथि 16 अक्टूबर 1976 दर्ज करवाई, जबकि दूसरे पासपोर्ट में उसका नाम अजय कुमार पुत्र राम चन्दर, माता का नाम मालती और जन्मतिथि 2 जून 1971 बताई गई।
आरोपी नंबर 2: जीवन सिंह यादव
ग्राम नेवादा, पोस्ट बेलकुर, थाना गगहा निवासी जीवन सिंह यादव ने भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए दो पासपोर्ट बनवाए। पहले पासपोर्ट में उसने अपना नाम जीवन कुमार पुत्र ओम प्रसाद, माता का नाम गुड़िया, जन्मतिथि 6 फरवरी 1997 बताई, जबकि दूसरे पासपोर्ट में नाम जीवन सिंह यादव पुत्र ओम प्रकाश यादव, माता का नाम गुड्डी देवी और जन्मतिथि 29 जून 1994 दर्ज थी।
आरोपी नंबर 3: सुधीर यादव
ग्राम करनराय, पोस्ट बेलकुर, थाना गगहा निवासी सुधीर यादव ने भी फर्जी दस्तावेजों से दो पासपोर्ट बनवाए। पहले पासपोर्ट में उसने अपना नाम सुधीर कुमार पुत्र राम गोपाल, माता का नाम ईशरावती देवी, जन्मतिथि 7 जुलाई 1997 और पता भगत चौराहा, तारा-मंडल, न्यू शिवपुरी कॉलोनी, रामगढ़ताल दिया, जबकि दूसरे पासपोर्ट में उसका नाम सुधीर यादव पुत्र गोपाल यादव, माता का नाम इशरावती देवी और जन्मतिथि 20 मई 1998 दर्ज की गई।
पुलिस की कार्रवाई
गगहा पुलिस ने तीनों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। एसपी साउथ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि इस तरह के मामलों पर पुलिस की पैनी नजर है और आगे भी जांच जारी रहेगी।
गोरखनाथ पुलिस ने भी पकड़े थे दो जालसाज
इससे पहले, 10 मार्च को गोरखनाथ पुलिस ने पासपोर्ट जालसाजी में शामिल बेलघाट के विशाल सिंह और उसके साथी हरेंद्र प्रताप को गिरफ्तार किया था। विशाल, जो 2015 से फर्जी पासपोर्ट बनाने का धंधा कर रहा था, एजेंटों के जरिए गांव-गांव तक अपना नेटवर्क फैला चुका था। वह हर पासपोर्ट बनवाने के बदले 5000 रुपये तक लेता था।
विशाल और हरेंद्र ने राजेश सिंह नाम के एक शख्स का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था, जिसके बाद जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही भी उजागर हुई। सत्यापन में गड़बड़ी पाए जाने पर तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया था।
Source: Live Hindustan
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