शंकरपुर की सड़क
मैं तेज तर्राक मुख्यमंत्री के
जनपद की रहने वालीं
ब्लाक बेलघाट में बसने वाली
बहादुरपुर से कुरी तक सफर करने वाले
जन जन के लिए नरक हूं
मैं शंकरपुर की सड़क हूं
बड़े बड़े वाहनों के में
चरण पकड़ कर कहती हूं
थक गए राही तुम चलते-चलते
कुछ विश्राम करो मां की गोदी में रहके
क्योंकि मैं जन-जन के लिए नर्क हूं
मैं शंकरपुर की सड़क हूं
जलधर की कृपा से
घाव मेरे भर जाते हैं
साइकिल हो या पैदल राही
कपड़े कीचड़ बन जाते हैं
बचा बचा कर चलते बच्चे
फिर भी बसता ले गड्ढे में गिरते
कहती सुन मेरे लाल मैं नरक हूं
मैं शंकरपुर की सड़क हूं
इलेक्शन में रिएक्शन ना हो
मंत्री जी समझाते हैं
चुनावी शंखनाद सुन
बरसाती मेंढक टर्राते हैं
क्रीज टाइट कर कुर्ते की
सबको यह समझाते हैं
इस बार जीत आओगे मुझको तो
सारे कष्ट मिटा देंगे
हचक सड़क में कहीं नहीं
गड्ढा मुक्त करा देंगे
हंस कहे प्रजापति रहने दे अब
मैं जन जन के लिए नरक हूं
शंकरपुर की सड़क हूं
आस लगाए बैठी हूं
कब आओगे मेरे प्रियतम
निश दिन बिगड़े हाल मेरी
कुछ तो ख्याल करो प्रियतम
भोग रही मैं चीर नरक हूं
मैं शंकरपुर की सड़क हूं
– रामवृक्ष प्रजापति
26.07.2023