बदलता हुआ बेलघाट

सरयू नदी के समीप स्थित बेलघाट, एक समय अति पिछड़े क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। परन्तु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विकास योजनाओं का लाभ इस क्षेत्र को भी मिल रहा है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने घोषणा की है कि गोरखपुर में पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक गलियारा बनाने की योजना है, जिसके लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 1250 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

 

इस औद्योगिक गलियारे के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। वित्त वर्ष 2023-2024 में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) इस राशि से किसानों से बची हुई जमीन का अधिग्रहण करेगा, जो किसानों के आपसी समझौते से खरीदी जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत उद्यमियों को कारखाने लगाने के लिए जमीनें मुहैया कराई जाएंगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और पलायन की समस्या का समाधान होगा।

 

गोरखपुर से फोरलेन लिंक एक्सप्रेसवे जो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में मिलती है, अब बेलघाट के समीप से गुजरते हुए विकास की लकीर खींच रही है। इस एक्सप्रेसवे से किसान, मजदूर, ट्रांसपोर्ट कारोबारी, दुग्ध उत्पादन केंद्र, सब्जी उत्पादन केंद्र और छोटे किसान अपने उत्पादों को कम समय में मंडी तक पहुंचा सकेंगे और उचित मूल्य पर बेच सकेंगे।

 

पंचायती राज विभाग का कार्यालय विकासखंड बेलघाट के 89 से 90 गांवों का विकास सुनिश्चित कर रहा है। यह विभाग इन गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने, विद्युतीकरण करने और हर घर में पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, बेलघाट के कुछ गांव नगर पंचायत में जल्द ही सम्मिलित हो सकते हैं, जिससे वहां के लोगों को नई सुविधाएं मिलेंगी।

 

लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से बेलघाट में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। बेलघाट के बहादुरपुर में गोरखपुर दक्षिणांचल का पहला औद्योगिक गलियारा बनने जा रहा है। किसानों ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है और रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अब वह दिन दूर नहीं जब लोगों को दूसरे प्रदेशों में पलायन नहीं करना पड़ेगा और स्थानीय स्तर पर ही रोजगार उपलब्ध होगा

– Regards,
Anup Kumar Singh

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